* कोई दूर रहकर भी कितना करीब होता है,
मिलना न मिलना अपना नशीब होता है,
सपने लाख देख लिये तो क्या होता है ,
पाता वही है जो खुशनशीब होता है ।
* सिसकियाँ आएँगी पर रो नहीँ पायगी,
आंसू बहेंगी पर धो नहीं पाओगी,
माना की तेरी यादों मे हम रातें गुजार लेंगें,
पर तुम भी चैन से सो नहीं पाओगी।
* न था कोई ख़्वाब न कोई सपना था ,
इस कदर प्यार करने वाला न कोई अपना था,
क्यों खुद रोयी और रुलायी मुझे,
कभी तो कह दो दिल से जो बात पहले तुमसे सुना था।
* तू हर शुबह याद आये
हर शाम याद आये।
पर आज ऐसे याद आये
कि मेरी आँख भर आये।
* इन आँखों को आज भी इंतज़ार है,
इस जुबां को आज भी इकरार है,
क्या हुआ कि हमारे रास्ते अलग हैं ऐ दोस्त,
इस दिल को आज भी तुमपे ऐतबार है।
* जहाँ भी जाओगी एक आभास पाओगी,
टूटे हुये सपनों की एक एह्सास पाओगी,
तेरे हर कदम पे होगी दुनिया सारी ,
पर जब कोई न होगा तब हमें पास पाओगी।
* ऐ खुदा इतनी तन्हाई ना दे,
उसे करीब लाकर इतनी जुदाई ना दे,
यादें गुम न हो जाये दिल किसी कोने मे,
दुआ है इस दिल मे इतनी गहराई ना दे।
* आधे अधूरे सपने बस मुझे ढूंढेगी,
यादों की सिसकियाँ बस मुझे ढूंढेगी,
बेसक कोई देगा तुम्हें दुनिया भर की चाहत,
पर हर बार उठती तेरी पलके पहले मुझे ढूंढेगी।
* वो पास भी है और दूर भी,
जिंदगी खुश भी है और मजबूर भी,
क्यों हंसी आती है जख्म खाकर भी,
जबकि जीने के लिए रश्म भी है और दस्तुर भी।
* कुछ सुन लेते तो अच्छा था,
कुछ कह लेते तो अच्छा था,
माना मेरे आशियाने जल जाएँगे एक दिन
कुछ पल ठहर लेते तो अच्छा था।
* चाह कर भी तुमसे दूर जा न सकेंगे,
दिल में चाहत होगी पर ज़ुबां खुल न सकेँगे,
मौत तो आ जायेगी किसी न किसी दिन,
पर मर कर भी तुम्हें भूल न सकेंगे।
* तुमसे दूर जाने की सोचा नहीं है,
दिल किसी और से लगाने की सोचा नहीं है,
फिर भी हद से ज्यादा ऐतबार न करना मुझपर,
यहाँ तो जिंदगी का भी भरोसा नहीं है।
* है खौफ इतना कि जल न जये...
मेरे आशियाने एक दिन,
देखा है मैने बेददे-इश्क़
इसलिए गर्दिशे-गुदाम करता हूँ।
पर मर कर भी तुम्हें भूल न सकेंगे।
* तुमसे दूर जाने की सोचा नहीं है,
दिल किसी और से लगाने की सोचा नहीं है,
फिर भी हद से ज्यादा ऐतबार न करना मुझपर,
यहाँ तो जिंदगी का भी भरोसा नहीं है।
* है खौफ इतना कि जल न जये...
मेरे आशियाने एक दिन,
देखा है मैने बेददे-इश्क़
इसलिए गर्दिशे-गुदाम करता हूँ।